वफ़ा के रंग में डूबी हर शाम तेरे लिए,
ये डगर, ये नगर मेरा नाम तेरे लिए,
तू महकाती रहे चांदनी रातों की तरह,
इस नयी सुबह का पैगाम तेरे लिए,
याद करने के लिए कोई चीज़ चाहिए,
आप नहीं तो आप की तस्वीर चाहिए
पर आप की तस्वीर हमारा दिल भेहला नहीं सकती
क्योंकि वो आप की तरह मुस्कुरा नहीं सकती
आस्मां हमसे नाराज़ है,
तारों का गुस्सा बेहिसाब है,
वो सब हमसे जलते हैं, क्योंकि,
चाँद से भी बेहतर, आप हमारे पास है.
मेरे वजूद में काश तू उतर जाये,
मैं देखूं आईना और तू नज़र आये,
तू हो सामने और ये वक़्त ठहर जाये
और ये ज़िन्दगी तुझे देखते हुए गुज़र जाये
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